जालंधर (समर्थ संवाद)- नेशनल चाइल्ड लेबर प्रोजेक्ट के तहत जिले में तैनात की गई महिला टीचरों ने जिला प्रशासनिक कार्यालय के सामने धरना शुरू किया है। उनका आरोप है कि प्रशासन की तरफ से उन्हें डेढ़ साल से वेतन जारी नहीं किया गया है। वीरवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें कार्यालय में बुलाकर दबाव बनाया कि तीन महीने की सैलरी लें और कागजों पर साइन करें।
टीचरों ने इसका विरोध किया और कहा कि उन्हें पूरे 18 महीने का वेतन दिया जाए लेकिन प्रशासन इसके लिए तैयार नहीं हुआ।इसके बाद टीचरों ने जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स के आगे धरना देकर सड़क जाम कर दी। इसकी वजह से प्रशासनिक कांप्लेक्स को आने जाने वाले राहगीरों को परेशानी हो रही है। और वाहन चालकों के लिए पुलिस ने लडोवली रोड की तरफ से रूट डायवर्ट कर दिया है।
केंद्र ने जारी किया पैसा पर राज्य सरकार ने नहीं दिया वेतन
जालंधर में नेशनल लेबर चाइल्ड प्रोजेक्ट के 27 स्कूल थे। इनमें पढ़ा रही टीचर्स का कहना है कि उनकी 2014 के बाद से कुल 27 महीने की सैलरी रोकी गई है। केंद्र सरकार की तरफ से पैसा जारी किया जाता रहा है लेकिन राज्य सरकार की ओर से उनका वेतन नहीं दिया गया है।