पंजाब (समर्थ संवाद)- पंजाब में आम आदमी पार्टी की नई बनी सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह पर 2 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो रहे हैं। सबसे मोटा खर्च खेतों से उजाड़ी पकने को तैयार गेहूं की हरी फसल और टेंट लगाने पर हो रहा है। शपथ ग्रहण समारोह में आने वालों के वाहनों की पार्किंग के लिए ही शहीद भगत सिंह के स्मारक के आसपास लगते 45 खेत किसानों से किराए पर लिए हैं। इसके लिए उन्हें मुआवजे का आश्वासन दिया है।
पार्किंग के लिए किराए पर लिए खेतों में खड़ी गेंहू की फसल पकने के लिए तैयार है। हरी फसल काट कर गुज्जर समुदाय के लोग अपने पशुओं के लिए चारे के रूप में प्रयोग करने के लिए ले गए हैं। खेतों को खाली कर पार्किंग बनाई जा रही है। यह ठीक है कि पहली बार कोई पंजाब की सरकार राजधानी में गवर्नर हाउस से बाहर निकल पब्लिक के बीच शपथ ले रही है। इससे एक नए इतिहास के साथ-साथ नई रिवायत भी शुरू हो रही है, लेकिन इसमें जो खर्च आ रहा है उसका बोझ भी लोगों के सिर पर आने वाला है।
किसान मांग रहे 46 हजार प्रति एकड़ मुआवजा
किसानों से खेतों को किराये पर लेने के लिए हालांकि जिला प्रशासन ने एग्रीमेंट किया है कि उन्हें फसल का उचित मुआवजा दिया जाएगा। कितना मुआवजा मिलेगा, यह एग्रीमेंट में तय नहीं है। इसी बीच किसानों का कहना है कि उन्हें कम से कम 46 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा चाहिए, तभी उनके खर्च पूरे होंगे और नुकसान की भरपाई होगी। किसानों का कहना है कि कुछ और खेतों को भी शायद प्रशासन एक्वायर करने जा रहा है। इन खेतों पर कमांद (गन्ने के खेत) हैं। उन खेतों का किसान और भी ज्यादा मुआवजा मांगेंगे।
वित्त विभाग ने दी खर्च को मंजूरी
पहली बार है कि पंजाब में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह राजधानी से बाहर होने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां भी वैसी ही की जी रही हैं। प्रशासन समारोह में एक लाख लोगों के शामिल होने का अंदाजा है और उसी तरह से सारे प्रबंध भी किए जा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह के वित्त विभाग ने भी फंड जारी किया है। वित्त विभाग के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह में करीब 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस संबंध में वित्त विभाग ने उपायुक्त शहीद भगत सिंह नगर को 2 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं।