राजस्थान (समर्थ संवाद)- श्रीगंगानगर में राज्य की सबसे बड़ी ऊर्जा परियोजना सूरतगढ सुपर थर्मल पावर प्लांट में काम करने वाले सैंकड़ों श्रमिकों और वाहन धारकों के ट्रांसपोर्ट में लगे वाहनों का भुगतान नहीं होने से सैंकड़ों श्रमिक परेशान है। परेशान श्रमिकों और ट्रांसपोर्ट निविदा धारकों ने अब थर्मल को ठप करने की चेतावनी दी है।
करीब 4 महीने से थर्मल प्रबंधन की तरफ से परिवहन व्यवस्था में लगी दर्जनों गाड़ियों और बसों का भुगतान परियोजना प्रशासन की तरफ से नहीं किया गया है. इस भुगतान के नहीं होने से सैंकड़ों मजदूरों और वाहन चालकों का भुगतान भी अटक गया है। वाहन निविदा धारकों ने चेतावनी दी कि अगर 7 दिनों में उनका बकाया भुगतान नहीं होता है तो वे थर्मल प्लांट की परिवहन व्यवस्था को पूरी तरह ठप्प कर देंगे और सामूहिक हड़ताल पर चले जाएंगे।
एक ट्रांसपोर्टर टेंडर धारक के मुताबिक थर्मल में कार्यरत करीब 60 वाहनों और 10 से ज्यादा बसों का करीब अगस्त से लेकर 4 से 5 महीने का करोड़ों रुपये का भुगतान बाकी है. वहीं थर्मल पावर प्लांट में मेन पावर सप्लाई और थर्मल में मेंटेनेंस का काम करने वाले हजारों श्रमिकों का भुगतान भी अटका है।
आपको बता दें कि सूरतगढ़ थर्मल की दोनों परियोजना में कार्यरत कर्मचारियों को आवासीय कॉलोनी से लाने ले जाने के लिए थर्मल प्रशासन ने दर्जनों वाहनों को निविदा के जरिए अनुबंध पर लिया. जिसके तहत परियोजना में कार्यरत कर्मचारियों को आवासीय कॉलोनी में परिवहन सुविधा मिलती है. दूसरी तरफ परियोजना के आवसीय परिसर में स्थित दोनों विद्यालयों में सैंकड़ों बच्चों को सीएसआर फंड के तहत निःशुल्क परिवहन की सुविधा भी दी जाती है. भुगतान नहीं होने से बच्चों की शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधा में भी व्यवधान पैदा हो सकता है।