हेल्थ (समर्थ संवाद)- कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। ओमीक्रोन वेरिएंट आने के बाद नए दैनिक मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में एक बार दैनिक मामले दो लाख का आंकड़ा पार कर गए हैं। डब्ल्यूअचओ ने ओमीक्रोन को पिछले सभी वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलने वाला संक्रमण बताया है। ओमीक्रोन के लक्षण हल्के हैं और मरीज जल्दी आराम भी पा रहे हैं। ओमीक्रोन को ऊपरी श्वसन प्रणाली को प्रभावित करने के लिए जाना जा रहा है जिसकी वजह से ठंड जैसे हल्के लक्षण पैदा हो रहे हैं। यह फेफड़ों को कम नुकसान पहुंचाता है, जो निश्चित रूप से राहत की बात है।
डेल्टा वेरिएंट को गंभीर बीमारियों का कारण माना जाता है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु हो जाती है। डेल्टा की वजह से आई दूसरी लहर के दौरान कई लोगों को खांसी, बुखार और गंध और स्वाद के नुकसान से लेकर सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, फेफड़ों के गंभीर संक्रमण जैसे गंभीर लक्षणों का सामना करना पड़ा।
इसके विपरीत ओमीक्रोन वेरिएंट में फेफड़े शामिल होने की संभावना कम होती है और यह काफी हद तक हल्का होता है। विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि यह वेरिएंट सर्दी या फ्लू जैसा हो सकता है। बिजनेस इनसाइडर ने हाल ही में ‘यूके जोन कोविड सिम्पटम्स स्टडी’ के डेटा का उपयोग करते हुए एक चार्ट जारी किया है, जिसमें ओमीक्रोन के सबसे हल्के से सबसे भारी तक लक्षणों को दर्शाया गया है। इसमें उन लोगों के प्रतिशत पर भी प्रकाश डाला जो किसी एक विशिष्ट लक्षण से पीड़ित थे।
ओमीक्रोन के 14 लक्षण
– बहती नाक: 73%
– सिरदर्द: 68%
– थकान: 64%
– छींक आना: 60%
– गले में खराश: 60%
– लगातार खांसी: 44%
– कर्कश आवाज: 36%
– ठंड लगना या कंपकंपी: 30%
– बुखार: 29%
– चक्कर आना: 28%
– ब्रेन फॉग: 24%
– मांसपेशियों में दर्द: 23%
– गंध की कमी: 19%
– सीने में दर्द: 19%