पंजाब (समर्थ संवाद)- पंजाब की सभी 117 सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होगा। तारीखों के ऐलान के बाद किसानों के राजनीतिक मोर्चा संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) में चहल-पहल तेज हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए रविवार को एसएसएम नेताओं ने बैठक भी की। लेकिन इन दोनों किसान दलों के बीच गठबंधन की बात एक बार फिर रुक गयी।
कहा जा रहा था कि दोनों दल बैठक के बाद रविवार को ही प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर देंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कहीं ये दोनों किसान संगठन एक दूसरे के खिलाफ ही तो उतरने की तैयारी नहीं कर रहे?संयुक्त समाज मोर्चा और गुरनाम सिंह चढ़ूनी की पार्टी संयुक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) के साथ गठजोड़ करने का फैसला तो हो चुका है।
लेकिन सीटों के बंटवारे पर बात नहीं पूरी नहीं हो पाई है। इसके लिए संयुक्त समाज मोर्चा ने रविवार को तीन समितियों का गठन किया – संसदीय बोर्ड, घोषणापत्र समिति और समन्वय समिति। इसने एसएसपी के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए तीन सदस्यीय पैनल का भी गठन किया।
क्या एक दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे किसान संगठन?
एसएसएम ने लुधियाना में अपना मुख्य कार्यालय खोलने और एक दो दिनों में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने का फैसला किया है। एसएसएम और एसएसपी के बीच गठजोड़ की खबरों के बीच चढ़ूनी ने एसएसएम नेताओं से मुलाकात की और रविवार को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी नहीं करने का फैसला किया।
एसएसएम नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि एसएसएम की समितियां नई पार्टी के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों के आवेदनों की जांच करेंगी और अंतिम निर्णय चढ़ूनी की पार्टी के साथ बैठक के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि पंजाब के लोग उन पारंपरिक पार्टियों को त्याग देंगे जिन्होंने पंजाब को दिवालिया बना दिया है।’ मानसा से चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रहे किसान नेता रुलदू सिंह मनसा ने कहा कि सभी उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग के बाद टिकट आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘उम्मीदवारों की घोषणा की पूरी प्रक्रिया एक हफ्ते में पूरी कर ली जाएगी।’