अब तक तीन कैबिनेट मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की बजाय गैरकानूनी तरीके से नई भर्ती आउटसोर्सिंग पर बड़े करप्शन कर नौजवानों का शोषण किया जा रहा है। आराेप लगाया कि नौजवानों से डेढ लाख रुपए रिश्वत लेकर 9100 रुपये तनख्वाह पर गैरकानूनी तरीके से रोजगार दिया जा रहा है। ऐसे में लाखों लोगों की जिंदगी को खतरे में डाला जा रहा है। दावा किया कि ठेकेदार के मुताबिक रिश्वत के पैसे विभाग को देने है। दूसरी तरफ बिना कारण रिपोर्ट की कंडीशन लगाकर ब्लैक लिस्ट पुराने मुलाजिमों का रोजगार छीना जा रहा है। हड़ताल के दौरान किए वादों से सरकार और ट्रांसपोर्ट मंत्री व डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट भाग रहे हैं।